How to overcome from stress at work using Zen Habits (Tips in Hindi.)
Zen Habits एक मशहूर ब्लॉग हे जिसके लेखक हे Leo Babauta इन्होने अपने ब्लॉग में एक बहुत ही अच्छी पोस्ट दी हे Unconventional Productivity पर, वाकई अपनी कार्य क्षमता बढाने के लिए इनके दिए टिप्स काफी लाभदायक हो सकते हे और सही भी हे दिनभर हम सिर्फ बिजी करने वाले कार्यों जेसे emails या social media यानि facebook आदि में ही लगे रहते हे और जिन कार्यों का हमें प्रत्यक्ष लाभ मील सकता हे वो कहीं न कहीं इन कार्यों की वजह से पीछे रह जाते हे
तो क्या करे जिससे हमारी कार्य क्षमता भी बड़े और दैनिक कार्यों का तनाव भी हमें परेशान न करे -- आगे पड़े
तो क्या करे जिससे हमारी कार्य क्षमता भी बड़े और दैनिक कार्यों का तनाव भी हमें परेशान न करे -- आगे पड़े
(Zen Habits for More Productivity in Hindi)
सबसे पहले दिन भर के तिन या चार ज्यादा नहीं, मुख्य काम तय करले, ये काम उन महत्वपूर्ण कामों के हिस्से हो जो आपके वार्षिक लक्ष्यो को पूर्ण करने में सहयोगी हो कहने का मतलब जो काम हम दिन प्रतिदिन में करते हे वही आगे चलकर हमारे आज के रूप को तय करते हे
हम आज जो भी हे वो हमारे द्वारा अतीत में किये गए कार्यों का ही परिणाम हे और इसलिए हम आज जो भी करेंगे वही हमारा भविष्य तय करेगा
तो जब ये काम तय करले तो इन्हें करने के लिए एक समय सीमा निर्धारित करले यह सीमा आपके आपके कार्य दिवस के अनुरूप होना चाहिए यानी इन कार्यों को करने के लिए दिन का वो समय तय करना चाहिए जो आपके लिए सबसे कम disturbance वाला हो
क्योंकि तभी आप इन कामों पर concentrate कर पाएंगे वेसे यहाँ पर Brian Tracy की सलाह भी काम आती हे जल्दी आना और देर से जाना क्योंकि अगर सुबह थोडा जल्दी आये और शाम को कुछ देर से जाए तो यही वो समय हे जब लोगो और अन्य चीजों से होने वाला disturbance काफी कम होता हे
तो जो भी समय आपको उचित लगे तय करले और फिर शुरू करदे अपने सबसे महत्वपूर्ण काम को और जो भी समय आपने तय किया हे उतने समय में उसे पूर्ण करने में लग जाये वेसे zen habits के मुताबिक 1 से 2 घंटे तक का समय किसी भी कार्य के लिए ठीक हे उसके बाद 10 से 15 मिनट का ब्रेक और फिर उस कार्य का अगला हिस्सा या अगला कार्य और इस तरह जब आपके ये 3 कार्य हो गए की आप फ्री हे बाकि दिन फिर जो भी सामने आये वो करिए और हाँ इस बीच कोई फ़ोन या छोटा मोटा काम आ जाये तो परेशान न हो और जेसे ही वो काम खत्म हो जाये फिर अपने मुख्य काम पर आ जाये
काम के बिच लिया गया 10 से 15 मिनट का ब्रेक आपको न सिर्फ रिफ्रेश करेगा बल्कि Work Stress को भी दूर करेगा और अगले कार्य के लिए जरुरी उर्जा भी देगा और जब आप किसी कार्य को केवल एक ही बार में करेंगे तो उसके लिए तय्यारी में लगने वाला समय भी बचेगा
ईमेल के बोझ से निपटने के लिए Zen Habit
(Zen Habits for Email Stress at Work in Hindi)
किसी भी ऑफिस में अगर आपका कार्य ऑफिसियल हे तो फिर आपको emails से तो निपटना ही पड़ेगा तो फिर होता ये हे की सबसे पहले हम system पर जो एप्लीकेशन शुरू करते हे वो होती हे emails की और फिर शुरू हो जाते हे emails का जवाब देने में और फिर काफी समय बर्बाद होने के बाद भी दिनभर ईमेल का popup हमें डिस्टर्ब करता ही रहता हे और जब दिन समाप्त होता हे तो हमारे काम का 40 % समय सिर्फ ईमेल करने पड़ने और जवाब देने में चला जाता हे
तो अगर आपको केवल Emails का ही काम नहीं करना हे तो अपने कार्य दिवस की शुरुवात Emails से न करे और ईमेल चेक करने का काम दोपहर तक टाल दे शुरू में कुछ दिक्कत होगी मगर बाद में आदत हो जाएगी और फिर दोपहर कुछ समय केवल इसी कार्य के लिए रखा जा सकता हे
जिन Emails के जवाब देना हे उनके जवाब दे या उनसे जुड़े कार्य अपनी To-Do List में add करले और बाकि Emails को डिलीट या Archive कर दे ताकि बार बार आपको इन emails को देखना न पड़े जो Emails आप भेज रहे हे वो भी मुद्दे पर हो और जितनी छोटी और clear होगी उतनी सहायक होगी आपके कार्य में
वेसे emails के साथ फ़ोन पर भी संपर्क रखना कई बार सहयक होगा और हाँ कार्यों को ईमेल कर देने के बाद भूल न जाए बल्कि जब तक कार्य पूरा न हो उस पर ध्यान देते रहे क्योंकि आपका लक्ष्य वह काम हे नाकि ईमेल
तुरंत कार्य करके हटाये अवांछित बोझ
(Zen Habits to De-clutter your work in Hindi)
कई बार हम छोटी मोटी चीजों और परेशानियों को भी इतना सम्हाल कर रख लेते हे की वो बड़ी समस्या को निमंत्रण देने लगती हे छोटे मोटे कार्य फाइलिंग आदि तो पल भर में हो सकते हे कभी कभी ठीक ढंग से न किये जाने के कारन बड़ी समस्या बन जाते हे इसलिए जहाँ तक हो सके तुरंत निर्णय की आदत डाले Emails चेक करे तो तुरंत पड़ कर निर्णय ले की इसे रखना हे रिप्लाई करना हे या डिलीट कर देना हे जब भी हम किसी कार्य को कुछ देर के लिए पेंडिंग करते हे उसे भूल जाने की सम्भावना बड जाती हे उसी तरह पेपर्स का काम होने पर उसे नष्ट करना हे या फाइल कर देना हे आदि और हाँ पेपर्स को फाइल कर देना और फिर याद करते रहना भी कई बार ऑफिस में होता हे इससे बचने के लिए systematic filing या किसी नियमानुसार कार्य करना सहायक होता हे यदि आप एक पूर्व निर्धारित तरीके से कार्य करते हे तो आपके चेतन और अवचेतन मन को चीजो को याद करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी
अपने मन पसंद कार्य जरुर करे
(Doing Something Which you Like Everyday)
जीवन में हम लगभग 30 या 35 वर्षो तक काम करते हे और हर रोज 8 से 10 घंटे यानि हमारी जीवन का एक बड़ा हिस्सा सिर्फ धन कमाने और अपनी जीवनचर्या को चलाते रहने के लिए होता हे मगर एक समय वो भी आता हे जब ये सब कार्य बोझ की तरह लगने लग जाते हे लेकिन इन्ही कामों में कोई काम यदि हमारा मनपसंद हे तो फिर वो बोझ नहीं रह जाता इसलिए सिर्फ पैसो के लिए काम न करे हाँ कुछ लोगो के लिए पेसे ही जीवन की सब से मनपसंद चीज़ होती हे लेकिन फिर भी अगर हम अपनी रूचि के अनुसार अपने काम का चयन करते हे तो इतना लम्बा समय बोझ की तरह नहीं मनोरंजन की तरह कटता हे और वेसे भी काम हमारे जीवन का अनिवार्य हिस्सा हे तो क्यों न वो हमारा मनपसंद भी हो
लेकिन फिर भी अगर हमें अपना मनपसंद काम न मिले तो ...कोई बात नहीं दिन भर में कुछ तो ऐसा अच्छा होगा ही सही जो हमें अपने काम से जोड़े रखे
एक बार में सिर्फ एक काम करे .
(Zen Habits One Task at a Time Hindi)
जब भी काम करे सिर्फ एक बार में एक ही काम करे यदि ईमेल पर काम करना हे तो सिर्फ ईमेल पर ही काम करे इस बिच में दुसरे काम साथ में न करे इससे न सिर्फ वो काम जल्दी हो जायेगा बल्कि अच्छी तरह से भी होगा
Zen Habits के बारे में और पड़ने के लिए Zen habits by Leo Babauta: handbook for life पड़ सकते हे
Beautiful Blog Post on Zen Habits, would like to here more on the topic..
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